PM Awas Yojana Gramin Survey Start: प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण यानी PM Awas Yojana Gramin सरकार की एक ऐसी योजना है, जिसका मकसद है हर गरीब और जरूरतमंद को पक्का घर देना। गांवों में रहने वाले बहुत से लोग अब भी कच्चे घरों में या झोपड़ी जैसी जगहों पर रह रहे हैं। ऐसे में सरकार ने यह योजना शुरू की थी ताकि इन लोगों को सुरक्षित और टिकाऊ घर मिल सके।
साल 2025 में इस योजना का दूसरा चरण शुरू किया गया। फरवरी से लेकर 15 मई 2025 तक पूरे देश के ग्रामीण इलाकों में सर्वे हुआ। इस सर्वे का मकसद यह था कि यह पता लगाया जा सके कि किस-किस परिवार को इस योजना का फायदा मिलना चाहिए।
PM Awas Yojana Gramin Survey Start
सरकार ने इस बार के सर्वे की शुरुआत फरवरी 2025 में की थी। पहले सर्वे पूरा करने की अंतिम तारीख 31 मार्च 2025 तय की गई थी। लेकिन सर्वे सही से पूरा नहीं हो पाया, इसलिए सरकार ने समयसीमा दो बार बढ़ाई और आखिर में 15 मई 2025 को इसे पूरी तरह खत्म कर दिया गया।
अब जिन परिवारों ने इस समय के अंदर फॉर्म भर दिए हैं, उन्हीं को योजना का फायदा मिलेगा। और जो रह गए हैं, उन्हें अगली बार का इंतजार करना होगा।
किन लोगों को मिलेगा फायदा?
सर्वे में उन परिवारों को शामिल किया गया जो:
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कच्चे घर में रह रहे हैं
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झोपड़ी जैसी जगह में रह रहे हैं
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जिनके पास खुद का पक्का मकान नहीं है
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जिनका नाम 2011 की सामाजिक-आर्थिक जनगणना (SECC) में है
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और जो योजना की शर्तों पर खरे उतरते हैं
सरकार ने साफ किया है कि अब सिर्फ उन्हीं परिवारों को योजना का लाभ दिया जाएगा, जो वाकई में जरूरतमंद हैं। अब गलत तरीके से योजना का फायदा लेने वालों को बाहर किया जाएगा।
सर्वे लिंक अब बंद हो चुकी है
15 मई 2025 को जब सर्वे का समय खत्म हुआ, तो इसके साथ ही ऑनलाइन सर्वे लिंक को भी बंद कर दिया गया है। यानी अब कोई भी नया व्यक्ति इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकता।
अब आगे सिर्फ उन्हीं लोगों की जानकारी जांची जाएगी, जिन्होंने 15 मई से पहले फॉर्म भरे थे।
अब आगे क्या होगा?
जो लोग इस योजना में शामिल हो चुके हैं, उनके लिए अब आगे की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसमें कुछ जरूरी कदम उठाए जाएंगे:
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जानकारी की जांच (Verification): सरकार सबसे पहले भरे गए फॉर्म और जानकारी की जांच करेगी ताकि किसी फर्जी व्यक्ति को लाभ न मिले।
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लाभार्थियों की सूची जारी होगी: जून के आखिरी तक सभी पंचायतों और सरकारी पोर्टल पर लाभार्थियों की सूची जारी कर दी जाएगी।
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पैसे की किस्तें मिलेंगी: जिन लोगों का नाम इस सूची में होगा, उन्हें सरकार की तरफ से तीन किस्तों में पैसा मिलेगा, जिससे वे अपना पक्का घर बना सकें।
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निर्माण की शुरुआत: पैसा मिलने के बाद, 6 महीने के अंदर घर बनाने का काम शुरू करना होगा।
यह सर्वे क्यों था जरूरी?
यह सर्वे सिर्फ एक कागजी काम नहीं था, बल्कि बहुत जरूरी था। क्योंकि अब तक कई बार देखा गया है कि गलत लोग भी सरकारी योजना का फायदा ले लेते हैं। इस बार सरकार ने साफ-साफ कहा है कि अब सिर्फ उन्हीं को घर मिलेगा जो वाकई में जरूरतमंद हैं।
इस सर्वे से सरकार को यह भी पता चल गया कि देश के कौन से गांवों में सबसे ज्यादा गरीब परिवार हैं और उन्हें घर की कितनी जरूरत है।
जिन लोगों ने फॉर्म भरा है, वो क्या करें?
अगर आपने इस सर्वे के दौरान अपना फॉर्म भर दिया है, तो अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपको बस कुछ बातें ध्यान में रखनी हैं:
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सरकारी पोर्टल (https://pmayg.nic.in) पर जाकर अपना नाम और स्टेटस चेक करते रहें
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अपने ग्राम पंचायत ऑफिस से समय-समय पर जानकारी लेते रहें
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किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे ना दें, क्योंकि योजना में कोई पैसा नहीं लिया जाता
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अगर आपके पास कोई जरूरी दस्तावेज नहीं हैं, तो उन्हें अभी से तैयार रखना शुरू करें
योजना से क्या फायदा मिलेगा?
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको सरकार की तरफ से घर बनाने के लिए पैसा मिलेगा। आप इस पैसे से ईंट-पत्थर का पक्का घर बना सकेंगे। साथ ही यह पैसा सीधे आपके बैंक खाते में आएगा, जिससे किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचाव होगा।
इसके अलावा, जिन इलाकों में मजदूरी और निर्माण सामग्री की लागत ज्यादा है, वहां सरकार अतिरिक्त सहायता भी देती है। योजना के तहत आपको शौचालय बनाने के लिए भी अलग से मदद मिल सकती है।
आगे का रास्ता
अब जब सर्वे पूरा हो चुका है, तो सरकार ने साफ कर दिया है कि कोई भी नया आवेदन नहीं लिया जाएगा। जिन लोगों ने तय समय में फॉर्म भरा है, वे ही योजना के लाभार्थी होंगे।
अब सरकार की तरफ से लिस्ट जारी होने का इंतजार है। एक बार नाम आ जाने के बाद, घर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अगर आप योजना के अंदर शामिल हैं, तो खुश हो जाइए, क्योंकि आपका सपना अब सच होने वाला है।